(डिंडौरी, 05 दिसंबर 2025) — डिंडौरी कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने शुक्रवार को विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों का तूफानी दौरा कर प्रशासनिक सक्रियता का शंखनाद किया। उनका द्विमुखी निरीक्षण जहाँ जिले की गौरवशाली विरासत के संरक्षण पर केंद्रित रहा, वहीं उन्होंने महिला सशक्तिकरण और छात्रों के भविष्य को सुदृढ़ करने की दिशा में अभूतपूर्व पहल की।
वीरांगना अवंतीबाई को नमन: स्थल का होगा कायाकल्प
दौरे की शुरुआत बालपुर स्थित वीरांगना रानी अवंतीबाई प्रतिमा स्थल के निरीक्षण से हुई। कलेक्टर भदौरिया ने स्थल की साफ-सफाई, संरचना और पहुँच मार्ग की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रतिमा परिसर के सौंदर्यीकरण, प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ करने और आगंतुकों के लिए सुविधाओं को बेहतर बनाने को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि रानी अवंतीबाई जैसी महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की स्मृतियों से जुड़ा यह स्थान प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता है, जिसका संरक्षण और संवर्धन हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा।
परिक्रमा पथ पर आस्था का आश्रय
इसके पश्चात् कलेक्टर शासकीय अमले और सांस्कृतिक विभाग के अधिकारी के साथ जोगी टिकरिया ग्राम हनौता पहुँचीं। यहाँ परिक्रमा वासियों की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र नर्मदा आश्रय स्थल का निर्माण प्रस्तावित है। कलेक्टर ने स्थल का निरीक्षण कर परिक्रमा यात्रियों के लिए आरामदायक और सुरक्षित आश्रय सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किए।
महिला समूहों से ‘मिलेट क्रांति’ का शंखनाद
कलेक्टर ने जोगी टिकरिया ग्राम पंचायत में संचालित बैगा चक महिला किसान उत्पादक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का निरीक्षण किया। यह कंपनी कोदो-कुटकी, रागी जैसे मोटे अनाजों की छनाई, बुनाई और मिलिंग कर नए उत्पाद तैयार कर रही है, जो महिला सशक्तिकरण की जीवंत मिसाल है। मशीन संचालक कृष्ण मोहन शर्मा ने बताया कि यहाँ एक घंटे में पाँच क्विंटल कोदो-कुटकी की प्रोसेसिंग कर पैकिंग की जाती है। उन्होंने वर्ष 2026 तक 2000 मीट्रिक टन कोदो-कुटकी और रागी की प्रोसेसिंग का लक्ष्य रखा है।
कलेक्टर ने एनआरएलएम (NRLM) को निर्देश दिए कि वे सभी स्व सहायता समूहों की उत्पादन, विक्रय और पैकिंग क्षमता की विस्तृत समीक्षा करें। उन्होंने ज़िले के सभी समूहों को कोदो-कुटकी का क्रय करने और किसानों को जागरूक कर शासन के निर्धारित मूल्य पर उपार्जन केंद्र तक पहुँचाने का निर्देश दिया, ताकि शासन की योजना का अधिकतम लाभ अंतिम किसान तक पहुँच सके।
छात्रावासों में आधुनिकीकरण: रोटी मशीन की पहल
अपने दौरे के अंतिम चरण में, कलेक्टर श्रीमती भदौरिया ने शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रयपुरा का निरीक्षण कर छात्रावास व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने छात्रावासों में स्थापित की जाने हेतु प्रस्तावित रोटी बनाने की मशीन का अवलोकन किया। कलेक्टर ने इसे एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा कि बड़े छात्रावासों में यह मशीन लगने से भोजन व्यवस्था अधिक सुचारू, व्यवस्थित और समयबद्ध हो सकेगी, जिससे छात्राओं को समय पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित होगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मशीन स्थापना की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम डिंडोरी सुश्री भारती मेरावी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री राजेंद्र जाटव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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